हिमाचल प्रदेश को देव भूमि के नाम से जाना जाता है| यहाँ अनेकों देवी देवताओं के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल व् मन्दिर स्थित है| वैसे तो देव भूमि के प्रत्येक मन्दिर एवम् धार्मिक स्थल के प्रति लोगों की भारी आस्था है लेकिन हिमाचल प्रदेश के प्रसिद औध्योगिक हब बददी निकटवर्ती गावं मानकपुर में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाबा इच्छाधारी मन्दिर के प्रति लोगों की अटूट आस्था अपने आप में एक पहचान को दर्शाती है|
हर शनिवार को यहाँ माथा टेकने हजारों की संख्या में भक्तजन बाबा जी के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं| विदित रहे उपमंडल नालागढ़ तहत गावं मानकपुर में सन् 1985 में मकर सक्रांति व लोहड़ी के दिन यहाँ सैकड़ो वर्ष प्राचीन बाबा जी की पवित्र गुफा से बाबा जी साक्षात् प्रकट हुए थे और उस दौरान बाबा जी के भक्त स्वर्गीय श्री लक्ष्मण दास जी व सैकड़ो अन्य लोगों को बाबा जी के साक्षात् दर्शन हुए थे और उसी दिन पवित्र ज्योति अपने आप प्रज्वलित हुई थी तथा बाबा जी ने अपने भक्त के मुखारविंद से अपना नाम बाबा इच्छाधारी बताया था| बाबा जी ने साक्षात् दर्शन देते हुए झाड़ियों में स्थित अपनी पवित्र गुफा के पास बाबा जी का मन्दिर बनाने की आज्ञा दी थी क्योंकि इस से पहले बाबा जी की गुफा के पास हर कोई आ जा नहीं सकता था|
बाबा जी की आज्ञा के बाद से यहाँ बाबा इच्छाधारी जी के मन्दिर का निर्माण करवाया गया| तब से ले कर यहाँ हर वर्ष मकर सक्रांति के दिन मन्दिर में बाबा इच्छाधारी जी का प्रकटोत्सव बढ़ी धूम धाम से मनाया जाता है| इस दिन मन्दिर में स्थित बाबा जी की शरीररूपी गुफा को भव्य रूप से सजाया जाता है|मान्यता है कि बाबा इच्छाधारी अपने हर भक्तों की सभी इच्छाएं पूर्ण करते है|
क्षेत्रवासियों में बाबा इच्छाधारी जी के प्रति भारी आस्था है| वैसे तो सप्ताह के हर शनिवार को मन्दिर में विशेष पूजा अर्चना व चौंकी लगती है व भण्डारा चलता, लेकिन वार्षिक प्रकटोत्सव के दिन मन्दिर में पूजा अर्चना व दर्शन करने का अपने आप में एक विशेष महत्व है| बाबा जी के पुजारी भक्त श्री दाता राम जी हर रोज बाबा जी के मन्दिर में दीन दुखियों की पीड़ा व कष्ट दूर करने में सेवा देते रहते हैं इस मन्दिर में बाबा जी की विभूत से सांप से कटे हुए लोगों को झाड़ने से कुछ ही पलों में जहर उतर कर छू मंतर हो जाता है| मन्दिर में लोग दूध-पुत की दात मिलने पर झंडा चढ़ा कर व भंडारा दे कर मन्नत पूरी करते रहते हैं| बाबा जी के प्रति लोगों की भारी आस्था है|